चाहता हूँ तुम्हे , तुमसे कहूं ;

चाहता हूँ तुम्हे , तुमसे कहूं ;

ये ज़रूरी तो नहीं ,

दिल धड़कता है तुम्हारे लिए , तुमसे कहूं ;

ये ज़रूरी तो नहीं.

मेरी आँखों में तेरे ही ख्वाब

रात दिन समाये रहते है ;

मोहब्बत है तुमसे दिलो जान से ,

तुमसे कहूं ये ज़रूरी तो नहीं.

कुछ राज़-ए-दिल हम भी रखते है

इतना तो हक है;

हर बात का इकरार-ए-इजहार तुमसे करूं

ये ज़रूरी तो नहीं;

चाहना तुम्हे हमारा अंदाज़ है

मरना मोहब्बत में तेरी कबूल

तू भी हमें चाहे क़यामत की रात तक

ये ज़रूरी तो नहीं

मेरे आँसू है, मेरी तड़प है

इसे बहाऊँ या छुपाऊँ

तेरी पलके भी भीगी हमें याद करके

ये ज़रूरी तो नहीं

चाहता हूँ तुम्हे , तुमसे कहूं ;

ये ज़रूरी तो नहीं ,

दिल धड़कता है तुम्हारे लिए , तुमसे कहूं ;

ये ज़रूरी तो नहीं.


Comments

  1. apki shyarii bot achi dear soo sweet.mere dil ko thokar marne me chot aaye hogi, la tere pairon me mamhm lga dunnn..... ye shyri bot achi dear soo swet.

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